
हम मेकअप लगाते हैं और उसे सेट करने के लिए सेटिंग स्प्रे का इस्तेमाल करते हैं, और सेटिंग स्प्रे का ट्रेंड इतना बढ़ चुका है कि हर ब्रांड मे हर बजेट मे ये बाज़ार मे मौजूद हैं | अक्सर सेटिंग स्प्रे को लेकर कई तरह के मेकअप hacks भी सोश्ल मीडिया पर देखने को मिलते हैं और इनमे यही बाते जाता है कि सेटिंग स्प्रे से मेकअप लॉन्ग लास्टिंंग, स्मज प्रूफ, वॉटर प्रूफ बन जाता है | ऐसे मे ये सवाल अक्सर दिमाक मे आता है कि क्या सच मे सेटिंग स्प्रे से मेकअप smudge प्रूफ और वॉटर प्रूफ होता है ? क्या सिर्फ एक मेकअप सेटिंग स्प्रे से पूरा मेकअप सही हो जाता है? सेटिंग स्प्रे को कितनी बार स्प्रे करना चाहिए ? कैसे इस्तेमाल करना चाहिए? सेटटिंग स्प्रे के क्या फायदे हैं? नुकसान क्या हैं? क्या पाउडर से सेट करना काफी नहीं है ?
क्या होता है मेकअप सेटिंग स्प्रे ?
मेकअप का हर स्टेप – स्किन प्रेप, फ़ाउंडेशन, कलर corrector, concealer, आइ मेकअप, पाउडर, इत्यादि लगाने के बाद सबसे आखिर मे चेहरे पर एक लिकुइड स्प्रे किया जाता है, जो कि मेकअप को सेट करने का काम करता है | सेटटिंग स्प्रे पानी कि ही तरह ट्रांस्परेंट और liquid होता है जिसमे कई सारे मेकअप सेटटिंग इंग्रेडिएंट्स मिले होते हैं | हम जब चेहरे पर मेकअप लगाते हैं तो उसे पूरी तरह सेट होने मे आधे घंटे से ज्यादा वक़्त लगता है उससे पहले जरा सा छु लेने से भी चेहरे का मेकअप हट जाता है, खराब होने लगता है | इसलिए समय बचाने के लिए मेकअप आर्टिस्ट सेटिंग स्प्रे का इस्तेमाल करते हैं, और आज कल ये इतना ट्रेंडिंग हो चुका है कि हर कोई पर्सनल इस्तेमाल के लिए भी मेकअप किट मे सेटिंग स्प्रे जरूर रखता है |
मेकअप सेटिंग स्प्रे को कितनी बार और कैसे लगाते हैं ?
मेकअप सेटिंग स्प्रे के बॉटल को चेहरे से करीब 15 से 20 सेंटिमेटर कि दूरी पर रखकर स्प्रे किया जाता है, ताकि बॉटल के स्प्रे nozzle से सेटिंग liquid चेहरे के ज्यादा से ज्यादा एरिया को कवर करे | पहले नाक के सीधे पर रख कर स्प्रे करें, फिर दोनों गालों के सीध मे रख कर दायें और बाएँ भी स्प्रे कर लें, इस तरह तीन स्टेप मे मेकअप सेटिंग स्प्रे से पूरे चेहरे के मेकअप को कवर करें | गर्दन के मेकअप के लिए दायें बाएँ दो बार और स्प्रे करना चाहिए |
ज़्यादातर मेकअप आर्टिस्ट मेकअप सेटिंग का इस्तेमाल पूरे मेकअप के दौरान 3 से 4 बार करते हैं जैसे कि primer लगाने के बाद, फिर फ़ाउंडेशन को चेहरे पर dots बनाकर सेटिंग स्प्रे लगाकर ब्लेन्ड करते हैं और पूरा मेकअप खतम होने के बाद आखिर मे मेकअप सेटिंग स्प्रे से पूरा चेहरा और गर्दन के मेकअप को सेट किया जाता है |
लेकिन ये स्टेप्स मेकअप आर्टिस्ट्स अपने काम को कम समय मे खतम करने के लिए अपनाते हैं, अगर आप खुद के लिए सेटिंग स्प्रे का इस्तेमाल कर रहे हैं तो सिर्फ एक बार सबसे आखिर मे मेकअप को सेट करने के लिए ही इस्तेमाल करें क्यूंकी मेकअप सेटिंग स्प्रे मे जो इंग्रेडिएंट होते हैं उनसे त्वचा मे खुश्की बढ़ती है, इसलिए एक बार ही काफी है | मेकअप आर्टिस्ट्स के पास स्किन को अतिरिक्त hydration देने के लिए काफी सारे प्रोडक्टस होते हैं जिसके कारण उनके द्वारा किया हुआ मेकअप दरी नहीं होता |
आप चाहें तो फ़ाउंडेशन और concealer लगाने के बाद सेटिंग स्प्रे लगाकर अपना बेस मेकअप सेट कर सकते हैं, उसके बाद आइ मेकअप करें और लिपस्टिक लगाएँ अब और सेटिंग स्प्रे कि जरूरत नहीं है |
क्या पाउडर से मेकअप सेट करना काफी नहीं है ?
आपने लगभग सारे मेकअप आर्टिस्ट से सुना होगा कि फ़ाउंडेशन और concealer लगाने के बाद पाउडर से सेट करें | तो अब सवाल ये है कि इसके बावजूद सेटिंग स्प्रे लगाने कि क्या जरूरत है ? फ़ेस पाउडर, बेकिंग पाउडर, या सेटिंग पाउडर कुछ भी हो ये सिर्फ 4 से 5 घंटों तक ही मेकअप को सेट करके रखते हैं उसके बाद मेकअप smudge होने लगता है, क्रीज़ होने लगता है ऐसे मे मेकअप सेटिंग स्प्रे लगाने से मेकअप कि लास्टिंंग पावर और बढ़ जाती है | अगर आप सिर्फ 2 से 4 घंटों के लिए मेकअप लगा रहे हैं तो आपको अलग अलग से सेटिंग स्प्रे लगाने कि जरूरत नहीं है |
लेकिन आप हड़बड़ी मे मेकअप लगा रहे हैं और चाहते हैं कि मेकअप करने के बाद बाकी के कामो के दौरान मेकअप खराब ना हो तो मेकअप सेटिंग का इस्तेमाल करें क्यूंकी ये आपके मेकअप को 10 मिनट मे सेट कर देता है और बिना सेटिंग स्प्रे के मेकअप को सेट होने मे आधे घंटे से ज्यादा समय लगेगा |
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मेकअप सेटिंग स्प्रे के प्रकार-
सेटिंग स्प्रे क्यूँ लगाते हैं इसका एक कारण इनके प्रकार भी हैं | हमे मेकअप का जैसा फिनिश चाहिए वैसा सेटिंग स्प्रे हमे लगाने होते हैं जैसे कि dewy, मैट, नॉर्मल, नैचुरल, इत्यादि अगर आपके मेकअप प्रोडक्टस पूरे मैट हैं और आपको फिनिश dewy या glowy चाहिए तो आप सिर्फ एक सेटिंग स्प्रे कि मदद से अपने मेकअप का लूक बदल सकते हैं |
क्यूँ लगाते हैं मेकअप सेटिंग स्प्रे ? क्या फायदे हैं?
मेकअप सेटिंग स्प्रे लगाने के कई कारण है कई फायदे हैं जैसे कि –
- इससे मेकअप जल्दी सेट हो जाता है |
- dry या हैवि मेकअप को ब्लेन्ड करना आसान हो जाता है |
- अगर ब्लेन्ड करते समय मेकअप मे थोड़ा मोटा पतला लेयर हो गया हो तो सेटटिंग स्प्रे से मेकअप मेल्ट होकर बराबर हो जाता है |
- मेकअप कि लास्टिंंग पावर बढ़ जाती है |
- मेकअप के फ़ाइनल फिनिश कि बदला जा सकता है जैसे कि dewy से मैट या मैट से dewy |
- मेकअप के creasing को कंट्रोल करता है |
नुकसान क्या हैं ?
- सेटिंग स्प्रे मे काफी सारे केमिकल इंग्रेडिएंट्स होते हैं इसलिए ये त्वचा को काफी dry बनाते हैं |
- कुछ इंग्रेडिएंट्स स्किन को सूट नहीं करते इसलिए पता नहीं चलता कि मुहासे या एकने मेकअप कि वजह से हुए हैं या सेटिंग स्प्रे कि वजह से |
- सेटिंग स्प्रे के कारण मेकअप इतना सेट हो जाता है कि उसे पूरी तरह साफ करने के लिए अतिरिक्त मेहनत लगती है और अगर मेकअप अच्छी तरह से साफ न हो तो त्वचा खराब होती है |
- सेटिंग स्प्रे से आइ मेकअप खराब होने के चान्स होते हैं इसलिए आइ मेकअप को किसी चीज़ से ढककर सेटिंग स्प्रे लगाएँ या आइ मेकअप से पहले ही सेटिंग स्प्रे लगा लें |
makeup setting spray किन्हे use करना चाहिए ?
मेकअप सेटिंग स्प्रे हर किसी को इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं है , क्यूंकी इनमे ढेर सारे केमिकल, और ड्र्यिंग इंग्रेडिएंट्स होते हैं, जो कि त्वचा को काफी ड्राइ और patchy बनाते हैं, रूखापन काफी ज्यादा होने लगता है, और तो और मेकअप के जो प्रोडक्टस होते हैं जैसे कि – फ़ाउंडेशन, concealer पाउडर इत्यादि भले ही नमी वाले हो लेकिन त्वचा कि नमी को खींच लेते हैं | और कुछ घंटो के लिए आपके चेहरे का मेकअप hydrated दिखाई देगा लेकिन मेकअप साफ करने के बाद चेहरे कि त्वचा काफी ड्राइहो जाती है | ऐसे मे मेकअप सेटिंग स्प्रे का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए |
हाँ अगर आप बेहद लंबे समय तक मेकअप रखना चाहते हैं जैसे कि 8 से 10 घंटे या उससे ज्यादा तो आपको सेटिंग स्प्रे का इस्तेमाल करना ही पड़ेगा क्यूंकी कोई भी लॉन्ग लास्टिंंग फ़ाउंडेशन या मेकअप ज्यादा से ज्यादा 7 या 8 घंटे ही चेहरे पर टिका रहता है फिर वो धीरे धीरे oxydised होने लगता है और मेकअप काला दिखने लगता है | कुछ ऐसे जॉब्स होते हैं जिनमे आपको पूरे दिन के लिए मेकअप लगाकर रखना होता है ऐसे मे आप सेटिंग स्प्रे का इस्तेमाल कर सकते हैं | लेकिन अगर किसी पार्टी मे जाना हो और ऑलरेडी लॉन्ग लास्टिंंग मेकअप प्रोडक्टस लगाए हैं तो सेटिंग स्प्रे लगाने कि जरूरत नहीं है, क्यूंकी पार्टी के 3 से 4 घंटो के लिए आपका मेकअप वैसे भी टिका रहेगा |
अगर आपने गलत मेकअप प्रोडक्टस ले लिए हैं जैसे कि ड्राइ स्किन है और फ़ाउंडेशन भी मैट या ड्राइ वाला ले लिया हो तो सेटिंग स्प्रे hydrating वाला लेकर अपना फ़ाइनल लूक सुधार सकते हैं ताकि आपका मेकअप ड्राइ और patchy न दिखाई दे | वैसे ही अगर ओइली स्किन है और मेकअप प्रॉडक्ट एक्सट्रा hydrating वाले ले लिए हैं तो मैट सेटिंग स्प्रे ले सकते हैं ताकि आपका फ़ाइनल लूक ऑइल controlled दिखाई दे |
क्या सच मे सेटिंग स्प्रे से मेकअप smudge प्रूफ और वॉटर प्रूफ होता है ?
हाँ भी और नहीं भी | जैसा कि हमने पहले जाना कि सेटिंग स्प्रे के कई प्रकार होते हैं इसके अलावा मेकअप सेटिंग स्प्रे का इस्तेमाल और ट्रेंड इतना बढ़ चुका है कि हर ब्रांड अपने बजेट के हिसाब से सेटिंग स्प्रे का प्रॉडक्शन कर रहा है | कुछ सस्ते कुछ मीडियम और कुछ काफी महंगे होते हैं लेकिन इनमे से कौन सा सेटिंग स्प्रे वाकई मे काम करता है ये जानना जरूरी है क्यूंकी ऐसा भी हो सकता है कि आपने जो मेकअप सेटिंग स्प्रे अपने लिए लिया है वो सिर्फ आपको स्प्रे इस्तेमाल करने की संतुष्टि दे और काम कोई ना करे, ऐसा सस्ते सेटिंग स्प्रे के साथ महंगे ब्रांड मे भी हो सकता है, ये सब सेटिंग स्प्रे मे मौजूद इंग्रेडिएंट्स का काम होता है | कुछ सेटिंग स्प्रे सस्ते तो होते हैं लेकिन सच मे मेकअप को smudge प्रूफ और वॉटर प्रूफ बना देते हैं | सेटिंग स्प्रे का काम ही मेकअप को वॉटर प्रूफ ट्रान्सफर प्रूफ बनाना होता है | ऐसे मे आप सोश्ल मीडिया मे मेकअप से जुड़े कंटैंट बनाने वाले influencers से जान सकते हैं की कौन सा सेटिंग स्प्रे मेकअप को लॉन्ग लास्टिंंग बना रहा है और कौन सा नहीं |
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आप मेरे यूट्यूब चैनल पर इस तरह के मेकअप कंटैंट देख सकते हैं – Shraddha Pranchal Sao – Raipur Makeup Queen
3 thoughts on “क्या सच मे सेटिंग स्प्रे से मेकअप smudge प्रूफ और वॉटर प्रूफ होता है ?”